दिल्ली मरकज लौटने वालों और उनसे लिंक रखने वाले 300 लोगों की पहचान पुलिस ने कर ली गई है। मोबाइल पर संपर्क कर सभी को भी होम क्वारेंटाइन कर दिया गया है। मेडिकल और प्रशासनिक अमले के माध्यम से उनके स्वाब का सैंपल लेकर जांच के लिए भेज भी दिया गया है। फिलहाल अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि दिल्ली पुलिस से भेजी गई 159 की सूची में कितने लोग मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
पुलिस और प्रशासनिक अमले ने जिन 300 लोगों की सूची तैयार की है, उनका मरकज या दिल्ली से लिंक है। मरकज के कार्यक्रम में शामिल होने वाले इन लोगों से मिले हैं। इन सभी को निगरानी में रखने के साथ उनके स्वाब का सैंपल भी जांच के लिए कलेक्ट कर लिया गया है। अब तक जिन लोगों के बारे में स्पष्ट है कि वे दिल्ली मरकज से लौटे हैं उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है कि वे कितने दिनों तक वहां रहे? वे जब तक मरकज में रहे उस दौरान वहां क्या स्थिति थी? कितने लोग वहां बीमार थे? ये भी पता लगाया जा रहा है कि मरकज में बीमारी के दौरान वहां किस तरह का और कहां इलाज मुहैया करवाया जा रहा था? अफसरों ने बताया कि सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है। मरकज में शामिल होने वालों के साथ-साथ उनके संपर्क में आने वालों को भी क्वारेंटाइन करने को कहा गया है। साथ ही उन सभी के सैंपल जांच के लिए मंगवा लिए गए हैं।
कौन कौन शामिल हुए मरकज में मोबाइल नेटवर्क से जांच
दिल्ली से अब तक जो सूची भेजी गई है, उससे ये स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि कौन-कौन दिल्ली के मरकज कार्यक्रम में शामिल हुए थे। सूची में सभी समाज के लोग शामिल हैं। इस वजह से पुलिस अब मोबाइल नेटवर्क से ये पता लगवा रही है कि कौन-कौन मरकज भवन के भीतर था। हालांकि अब तक जितने भी नाम भेजे गए हैं, सभी को क्वारेंटाइन करवा दिया गया है। इतना ही नहीं वे जितने लोगों से भी मिले उन्हें भी एहतियात के तौर पर होम आइसोलेशन कर दिया गया है।
बाहर से आने वालों की निगरानी- एसएसपी : एसएसपी आरिफ शेख का कहना है रायपुर में तब्लीगी जमात के लोगों के बारे में जानकारी निकाल ली गई है। अब ये जांच करवायी जा रही है कि दिल्ली से भेजी गई सूची के अलावा और कोई जमात का सदस्य बिना सूचना आकर छिपा तो नहीं है।
पुलिस मुख्यालय के खुफिया विभाग की पूरे राज्य में नजर
पुलिस मुख्यालय का इंटेलिजेंस विभाग मरकज और उनसे जुड़े लोगों की निगरानी कर रहा है। राज्यभर के पुलिस अधीक्षकों से रोज की रिपोर्ट ली जा रही है। ये पता लगाया जा रहा है कि अब तक पूरे राज्य में मरकज से कितने लोग आकर किस स्थिति में हैं। इसके लिए एडिशनल एसपी रैंक के अफसर को नोडल भी बना दिया गया है। उनके माध्यम से रोज सुबह शाम इस बारे में अपडेट लिया जा रहा है। दिल्ली पुलिस से भी मुख्यालय स्तर पर लगातार संपर्क किया जा रहा है। पुलिस पता लगा रही है कि मरकज में जलसे के दौरान वहां और कौन कौन मौजूद रहे।