मंदिरों के शहर जम्मू में सुबह से ही जनता कर्फ्यू का असर नजर आया। सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा दिखा, दुकानें और दफ्तर भी बंद रहे। मेडिकल स्टोर भी बंद नजर आए। सुबह-सुबह सैर करने वाले भी घरों से बाहर नहीं निकले। सुबह सात बजे से ही शहर में पुलिसकर्मी लाउडस्पीकर पर लोगों को हिदायत देते नजर आए कि कोरोनावायरस से लड़ने के लिए उन्हें अपने घर में रहना जरूरी है। जम्मू रेलवे स्टेशन के अंदर कोई न जा सके, इसलिए पुलिस ने सभी एंट्री पॉइंट्स सील कर दिए थे। देर शाम पूरे राज्य में इस लॉकडाउन को 31 मार्च तक के लिए बढ़ाने का फैसला लिया गया।

जम्मू के आसपास के जिलों में भी सन्नाटा रहा
जनता कर्फ्यू से एक दिन पहले शनिवार को भी लगभग पूरे जम्मू संभाग में सन्नाटा पसरा रहा। सरकार ने पहले से ही वैष्णोदेवी की यात्रा पर रोक लगा दी थी और सार्वजनिक परिवाहन सेवाएं भी बंद करवा दी थीं।
जम्मू के आसपास के जिलों में भी जनता ने प्रशासन का सहयोग करते हुए पूरी तरह बंद को सपोर्ट किया। कटरा में पिछले दो दिन से बंद है। वहां पर सरकार ने सभी होटल, गेस्ट हाउस और खाने-पीने की जगह बंद करने के आदेश जारी किए थे। उधमपुर, रियासी, कठुआ, साम्बा, रामबन, डोडा, किश्तवार,राजौरी, पुंछ में भी जनता कर्फ्यू का असर है।


पुलिस और सेना कैंप लगाकर लोगों कोरोना के बारे में बता रही
दूरदराज के इलाकों में सेना और पुलिसकर्मी जनता के लिए विशेष कैंप आयोजित कर उन्हें कोरोनावायरस के खतरों से अवगत करवाती दिखी। स्वास्थ्य विभाग के कर्मी भी जगह-जगह ड्यूटी पर तैनात रहे और जनता को जागरूक करते दिखे।