छत्तीसगढ़ में कोरोना की पहली मरीज राजधानी की 23 साल की युवती 17 दिन के इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गई और शुक्रवार को एम्स ने उसे डिस्चार्ज कर 14 दिन के होम क्वारैंटाइन में घर भेज दिया। वह लंदन से लौटी थी और तीन-चार दिन बाद खुद कोरोना जांच के लिए एम्स पहुंची थी। 18 मार्च को कोरोना पाजिटिव मिलने के बाद उसे भर्ती कर लिया गया। उसे मिलाकर प्रदेश में अब तक कोरोना के 4 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। सभी होम या सरकारी क्वारेंटाइन में हैं। इनमें रायपुर के दो तथा भिलाई-बिलासपुर के एक-एक मरीज हैं।
कोरोना पीड़ित युवती को लंदन के लौटने के बाद परिजनों ने ही होम क्वारैंटाइन कर दिया था। वह 18 मार्च को खुद चेकअप के लिए एम्स गई और उसी रात भर्ती कर लिया गया। तब से वह एम्स के आइसोलेशन वार्ड में थी और उसका स्वास्थ्य स्थिर ही रहा। डॉक्टरों के अनुसार इलाज के दौरान उसकी तीन रिपोर्ट पाजिटिव अाई। फिर पिछले तीन दिन में दो रिपोर्ट लगातार नेगेटिव अाने के बाद उसे शुक्रवार को छुट्टी दी गई। डाक्टरों के अनुसार शरीर में वायरल लोड ज्यादा था, इसलिए उसे स्वस्थ होने में थोड़ा समय लगा।
कोरोना फाइटर ने लिखी चिट्ठी, दिया संदेश- घबराएं नहीं
प्रदेश की पहली कोरोना मरीज 23 साल की युवती ने स्वस्थ होकर होम क्वारेंटाइन में घर लौटने के बाद पहला संदेश यही दिया कि कोरोना से डरने की जरूरत ही नहीं है। जैसा डाक्टर बताएं वैसा करना है, आत्मबल होना चाहिए और सब मिलकर लड़ेंगे तो इस वायरस से जीत मुश्किल नहीं है। इंग्लैंड में रहने की वजह से कोरोना से संक्रमित हुई छात्रा ने दैनिक भास्कर के पाठकों के लिए एक पत्र लिखा है।
मैं अपनी मातृभूमि को नमन करती हूं। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि अब पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर वापस घर अा गई हूं। मेरे पूरे परिवार ने इस मुश्किल घड़ी में साथ देते हुए मेरा मनोबल बनाए रखा। मैं स्वजनों अौर शुभचिंतकों की अाभारी हूं। जिनकी शुभकामनाएं मेरे लिए संबल बनीं। मैं शासन, प्रशासन, अौर एम्स की पूरी टीम का तहेदिल से से धन्यवाद करती हूं। एम्स की पूरी टीम ने नि-स्वार्थ भावना से मेरा ध्यान रखा अौर मुझे पूर्णत: स्वस्थ किया। सभी को यही कहना चाहूंगी कि कोरोना से डरें न अपितु मिलकर इस वायरस से लड़े अौर सरकार के अादेशों का पालन करें। अंत में मेरा यही कहना है... घर पर रहें, सुरक्षित रहें...