मंदिरों के शहर भुवनेश्वर में शाम 5 बजने के पहले ही घरों की बालकनी और छत पर लोग थाली, शंख और घंटी लेकर खड़े हो गए थे। जैसे ही घड़ी की सुई पांच पर पहुंची लोगों ने जोर-जोर से ताली, थाली, घंटी और शंख बजाना शुरू कर दिया। माहामारी कोरोनावायरस की बिमारी से लड़ने में जुटे डॉक्टर, पुलिस, मीडिया एवं अन्य लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशवासियों से ऐसा करने के लिए कहा था। यहां रेंटल कॉलोनी के स्थानीय लोगों ने मंदिर के मुख्यद्वार पर तालियां बजाईं। वहीं, राजधानी के सैनिक स्कूल, लक्ष्मी विहार के पास रहने वाले बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि हमने शंख बजाकर लोगों की सेवा करने वाले ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने की एक छोटी सी कोशिश की है। शहर में कई घरों से शंखनाद की ध्वनी सुनाई दी। ओडिशा लोक सेवा भवन (सचिवालय) हो या राज्य के गांव हो, हर जगह शाम 5 बजे एक जैसा नजारा देखा गया।

प्रभु जगन्नाथ की नगरी ओडिशा में जनता के द्वारा जनता के हित में लगया गया जनता कर्फ्यू पूरी तरह से असरदार रहा। प्रदेश भर में सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा का नजारा देखने को मिला। वहीं केवल सड़कों पर एम्बुलेंस, प्रशासन की गाड़ियां एवं मीडिया कर्मियों को चौराहों पर देखा गया।ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने महामारी कोरोनावायरस के खिलाफ 22 मार्च को आयोजित देशव्यापी जनता कर्फ्यू की पहल को स्वागत कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया। साथ ही पटनायक ने पूरे प्रदेश में सुबह के 7 बजे से 9 बजे तक लॉकडाउन करने का निर्देश दिया।
राजधानी के सबसे बड़े ट्रैफिक पोस्ट एजी छक पर सभी दिशाओं में बैरिकेड राजधानी भुवनेश्वर में रविवार की सुबह 7 बजे से ही सड़कें विरान हो गईं। सभी ट्रैफिक पोस्ट पर बैरिकेड के साथ पुलिस बल तैनात हैं। इतना ही नहीं, बल्कि पूरे शहर में लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार पुलिस की गाड़ियां चौकसी लगाती रही। राजधानी के सबसे बड़े ट्रैफिक पोस्ट एजी छक पर सभी दिशाओं में बैरिकेड लगया गया।

पुलिस लोगों से घरों में रहने की अपील करती दिखाई दी
सड़क पर कुछ एक दिखने वाले लोगों को पुलिस ने जनता कर्फ्यू के दिन घरों में रहने के लिए आग्रह किया। भुवनेश्वर का मुख्य ट्रैफिक पोस्ट आचार्य विहार, जयदेव विहार, वाणी विहार, फायर स्टेशन स्काॅवयर, एयरपोर्ट स्काॅवयर के पास सड़कों पर सन्नाटा देखने को मिला। जनता कर्फ्यू के दौरान पूरे राज्य में बैंक, एटीएम, अस्पताल एवं आपातकालीन सुविधाएं पूर्ण रूप से चालू हैं।

रेलवे स्टेशन पूरी तरह खाली
भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर लोगों ने पूरी तरह से जनता कर्फ्यू का पालन किया। वहीं, टिकट घर, प्लेटफार्म बिल्कुल खाली हैं। हालांकि बारामुण्डा बस स्टैंड पर कुछ लोगों नजर आए, जो कि आज सुबह भुवनेश्वर रेवले स्टेशन से बस स्टैंड पहुंचकर रात में निर्धारित समय पर बस खुलने का इंतजार कर रहे थे। बस स्टैंड पर प्रमोद साहू नामक के एक व्यक्ति ने बताया कि मैं माहाराष्ट्र के नूनावाला से आ रहा हूं। नूनावाला स्टेशन से मैंने 20 मार्च को ट्रेन पकड़ा था। मैं आज सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां से सुबह 6 बजे बस के द्वारा बस स्टैंड पहुंचा हूं और रात में निर्धारित समय पर राउरकेला की बस खुलने के इंतेजार में बैठा हूं। हां थोड़ा परेशानी हो रहा है, लेकिन भारत सरकार ने जनता कर्फ्यू के माध्यम से देश में कोरोना वायरस को मुक्त करना चाहते हैं। अगर हम आज छोटे-छोटे परेशानियों का मुकाबला कर लेते हैं तो हम वारयस पर जल्द से जल्द काबू पा सकते हैं।

ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 141 ट्रेनों को रद्द किया है
बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के घरेलू प्लेटफार्म पर कुछ लोगों गाड़ी नहीं मिलने से परेशान नजर आए। वहीं भारी संख्या में लोगों ने जनता कर्फ्यू का स्वागत किया। वहीं, राज्य के अन्य सभी जिले भी बंद हैं। केवल आपातकालीन सेवाएं बहाल हैं। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने रविवार को कर्फ्यू के दिन सुबह के 4 बजे से रात्रि के 10 बजे तक भुवनेश्वर से रवाना होने वाली ट्रेनों को रद्द करने का निर्देश दिया है। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 141 ट्रेनों को रद्द किया है, जिसमें 48 एक्सप्रेस व 93 पैसेंजर ट्रेन शामिल हैं।

आपातकालीन सुविधाएं अस्पताल, बैंक, एटीएम, फायर सर्विस से जुड़े अधिकारी दफ्तरों में तैनात
मुख्यमंत्री पटनायक ने जनता कर्फ्यू से ठीक एक दिन पहले विदेश से आने वाले यात्रियों के कारण राज्य के 5 जिलों और 8 शहर को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक 22 मार्च से लेकर 29 मार्च के बीच पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया है। इन जिलों में खुर्दा, गंजाम, कटक, केंदारापाड़ा, अंगुल और वायरस से प्रभावित शहर सम्बलपुर, झासुगुड़ा, बालेशवर, भद्रक, पूरी, जजपुर रोड, जजपुर टाउन एवं राउरकेला शामिल हैं। यहां सभी शिक्षण संस्थान व व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। केवल अनिवार्य कामकाज के लिए ही लोगों को बाहर निकलने का आदेश जारी किया गया है। इस दौरान इन जगहों पर बस, ट्रेन, राशन दूकान, सब्जी की दुकानें, मांस-मछली-अंडा, पेट्रोल पम्प व दवाई की ही दूकानें खूली रहेंगी। आपातकालीन सुविधाएं जैसे अस्पताल, बैंक, एटीएम, फायर सर्विस, ओडीआरएफ, पानी सप्लाई, बिजली से जुड़े अधिकारी दफ्तरों में तैनात होंगे।
एक स्थान पर जनसमूह जमा ना हों, इसके लिए एक स्थान पर 7 लोगों से ज्यादा होने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब तक ओडिशा में कोरोनावायरस के 77 नमूनों की जांच की गई है, इसमें से दो पॉजिटिव केस सामने आए हैं।